श्री जैन श्वेताम्बर नाकोडा पार्श्वनाथ तीर्थ, राजस्थान द्वारा हिन्दी व गुजराती भाषा में सर्वजनसुखाय प्रकाशित हो रहे 'जैनिज्म कोर्स' के बारे में जानकर प्रसन्नता हुई है। जैन धर्म की अमूल्य शिक्षाओं को औप...
Materialism is promoted to an unhealthy level, smartphones are misused, and the negative impact of television; are factors which have severely damaged our Indian culture and religious values. At a dif...
Human values like forgiveness, friendship, compassion, affection, humility, trustworthiness, gentleness and gratitude are not only essential for personal growth, they are the basis of a happy society....
In contemporary times we see society wracked by contradictions, environmental imbalance, socio-cultural apathy and complete lack of empathy in the younger generation. This syllabus will not only play...
'जैनिज़्म कोर्स’ के प्रकाशन के अवसर पर हार्दिक शुभकामना। प्रभु की व्यवहार निश्चय के अद्भुत समतुलनयुक्त साधना को पाकर हम तो कृतार्थ हो गए है। इस साधना का प्रचार जन-जन में हो यही हमारी इच्छा होती है।
ज्ञान जगत में एक सक्षम आलंबन की पूर्ति इस कोर्स के माध्यम से हो पाएगी। समस्त विद्यार्थी आचार एवं विचार में आध्यात्मिक परिवर्तन द्वारा आत्मकल्याण करें, इस हेतु शुभाशीर्वाद !!
मुझे यह जानकार हार्दिक प्रसन्नता हुई है कि श्री जैन श्वेताम्बर नाकोड़ा पार्श्वनाथ तीर्थ द्वारा मानव जाति के कल्याण एवं ज्ञान का प्रकाश फैलाने हेतु प. पू. आ. भ. श्री गुणरत्नसूरीश्वर जी म. सा. की प्रेरणा...
‘जैनिज़्म’ केवल एक धर्म मात्र की बात नहीं, यह बदलते समय के साथ वैश्विक एवं सनातन मूल्य सत्य, करुणा, अहिंसा, अचौर्य एवं अपरिग्रह जैसे सद्गुणों को प्रस्थापित करने का ज्ञान भी तो है। जैन धर्म शिष्ट, स्...
Jainism is a perfect science in itself. Perhaps there will be no such knowledge in the entire world, which is not widely analyzed in the Jain texts. This course is being revamped under guidance of Aca...