१. सबसे पहले शान्त चित्त होकर पद्मासन या सुखासन में बैठें। २. फिर तीन मिनिट तक अनुलोम-विलोम करें। इसमें दाहिने हाथ के अँगूठे से दाहिनी नासिका बन्द करें, और बाईं नासिका से श्वांस लें, फिर दाहिने हाथ की तर्जनी से बाईं नासिका बन्द करके दाहिनी नासिका से श्वांस छोड़ें। फिर इसी मुद्रा में दाहिनी नासिका से...
When Dileep bhai reached office, all staff members stood up from their seats. Peons, Clerks, managers – everyone was amazed. Dileep bhai took his handkerchief and did 2 things- first covered his face and then wiped his tears.
समग्र जीवन को योगमय बनाने का तात्पर्य यह है, कि योग को जीवनव्यापी बनाएँ, मगर कैसे? इस हेतु श्री जिनशासन में योग के पांच प्रकार बताए हैं, उनमें पहला ‘अध्यात्म’ नामक योग है।